आईलेट स्टिच को आई स्टिच के नाम से भी जाना जाता है।
यह सिलाई कपड़े में
एक छोटा सा छेद बनाने में मदद करती है,
जिसमे छेद के चारों ओर टांके बनाये जाते है।
सुराख़ किसी भी सामग्री में बने छेद होते हैं,
जिन्हें या तो हाथ से टाँके लगाकर
या इसके लिए विशेष रूप से बनाए गए
धातु के टुकड़ों से तैयार किया जाता है।
धातु के टुकड़ों से बने मेटल आईलेट्स को
ग्रोमेट्स भी कहा जाता है।
हाथ से सिले हुए सुराख़
कशीदाकारी छेद होते हैं,
जिसमे छेद के चारों ओर सुराख़
आइलेट कढ़ाई टांके से ढके होते हैं।
यह विशेष सिलाई,
कैनवास के काम, pulled work और
counted work पर भी पाई जाती है।
इसे बुनाई किये हुए कपडे पर भी किया जा सकता है,
जिसके लिए आपको कपडे को
हूप यानी की फ्रेम में अच्छी तरह से टाइट करके रखना होता है।
यह बेहतरीन एम्ब्रॉयडरी में से एक है,
जिसमें सबसे छोटा मोटिफ बनाया जा सकता है।
आईलेट स्टिच के साथ गोलाकार/अंडाकार या छोटे आकार अच्छी तरह से किया जा सकता है।
आईलेट स्टिच कैसे करें?
पहले मनचाहे कपड़े पर कपड़े पर डिजाइन ट्रेस करें।
मोटिफ को साटन स्टिच से
गोलाकार तरीके से बिना अंदर भरे
आउटलाइन करे।
जिससे की एक छोटा सर्किल तैयार हो जाता है।
पेन या टूथपिक जैसी किसी नुकीली वस्तु की मदद से
गोले के बीच में एक छेद बनाया जाता है।
इसके बाद यह एक छोटा छेद बनाता है
जिसे आइलेट के रूप में जाना जाता है।
जो की खिलौने की गुड़िया पर
एक छोटी आँख जैसा दिखता है।